सरकार की बड़ी घोषणा: टूरिस्ट गाइड और एजेंसी को गारंटीड लोन, 5 लाख विदेशी पर्यटकों को फ्री वीजा

 




देश में रजिस्टर्ड 11 हजार टूरिस्ट गाइड को इस स्कीम का लाभ मिलेगा. वित्त मंत्री ने कहा कि रजिस्टर्ड टूरिस्ट गाइड को 100 फीसदी तक गारंटीड 1 लाख तक का लोन मिल सकता है.


जयपुर। आमेर कोरोना के कारण प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रयासरत केंद्र सरकार ने सोमवार को कई बड़ी घोषणाएं की हैं. सोमवार की दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए टूरिज्म सेक्टर को लेकर भी बड़ी घोषणाएं की. टूरिज्म सेक्टर को संभालने के लिए उन्होंने टूरिस्ट गाइड के लिए एक नई स्कीम की घोषणा की.

देश में रजिस्टर्ड 11 हजार टूरिस्ट गाइड को इस स्कीम का लाभ मिलेगा. वित्त मंत्री ने कहा कि रजिस्टर्ड टूरिस्ट गाइड को 100 फीसदी तक गारंटीड 1 लाख तक का लोन मिल सकता है. वहीं इस स्कीम के तहत रजिस्टर्ड एजेंसी को 10 लाख तक का गारंटीड लोन मिलेगा. इसके लिए किसी कोलैट्रल की जरूरत नहीं होगी.

5 लाख विदेशी पर्यटकों को फ्री वीजा

रिज्म को मदद के लिए एक और घोषणा की गई है. पहले 5 लाख विदेशी पर्यटकों को फ्री टूरिस्ट वीजा का लाभ मिलेगा. एक टूरिस्ट को फ्री वीजा का लाभ केवल एकबार ही मिलेगा. यह स्कीम 31 मार्च 2022 तक रहेगी. इससे सरकारी खजाने पर 100 करोड़ का बोझ बढ़ेगा.

मालूम हो कि 2019 में भारत में कुल 10.93 मिलियन विदेशी पर्यटक आए थे. इन लोगों ने मिलकर 30 बिलियन डॉलर खर्च किया. पर्यटकों का औसत भारत में स्टे 21 दिनों का होता है.

टूरिज्म इंडस्ट्री पर निर्भर हैं 5 करोड़ लोग

माना जाता है कि पर्यटन उद्योग (Tourism Industry) से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से देश में करीब 5 करोड़ लोगों को रोजगार मिलता है. हर साल भारत में करीब 2.5 करोड़ विदेशी पर्यटक आते हैं, लेकिन कोरोना काल में ये संख्या बहुत नीचे चली गई है. सरकार के एक आंकड़े के मुताबिक अप्रैल 2019 में करीब 8 करोड़ विदेशी पर्यटक भारत आए थे, जोकि अप्रैल 2020 में सिर्फ 470 पर सिमट गए.

वहीं, मई 2019 में 6 करोड़ से ज्यादा पर्यटक भारत आए, जबकि मई 2020 में सिर्फ 1329. इसी तरह जून 2020 में सिर्फ 4480, जुलाई 2020 में 6503, सितंबर 2020 में 18469, अक्टूबर 2020 में 30,917, नवंबर 2020 में 60156 और दिसंबर 2020 में सिर्फ 80 हजार विदेशी सैलानी ही भारत आए.

फिलहाल सिर्फ दिसंबर तक के ही आंकड़े हैं. यानी तब के जब दूसरी लहर शुरू भी नहीं हुई थी. आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इस वर्ष की तस्वीर कैसी होगी. केंद्र सरकार की घोषणाओं के बाद इंडस्ट्री में सुधार की उम्मीद की जा रही है.

पर्यटन उद्योग में आधी भागीदारी होटल इंडस्ट्री की

टूरिज्म सेक्टर में आधी भागीदारी अकेले होटल इंडस्ट्री की है. सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां करीब 15 हजार रजिस्टर्ड होटल हैं, जिनके बिजनेस को कोरोना की वजह से करीब 80 फीसदी का नुकसान बताया जा रहा है. ज्यादातर ट्रैवेल एजेंसियों के भी शटर बंद हो चुके हैं. मुंबई, बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में भी कोरोना ने होटल कारोबार को काफी हद तक प्रभावित किया है.

केंद्र सरकार ने विदेशी पर्यटकों के लिए फ्री वीजा की घोषणा की है तो ऐसे में उम्मीद है कि एक बार फिर से पर्यटन ​इंडस्ट्री विदेशी पर्यटकों से गुलजार होगी. बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भारत आएंगे तो यहां की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा. टूरिज्म सेक्टर से जुड़े लोगों को फायदा पहुंचेगा.


आमेर पत्रिका 


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